यह एक नई पीढ़ी का प्राकृतिक रूप से प्राप्त कीटनाशक है, जिसका उपयोग निवारक और उपचारात्मक उपायों के रूप में किया जाता है, विशेष रूप से एफिड्स, जैसिड्स, व्हाइटफ्लाई, थ्रिप्स, ग्रीन फ्लाई और रेड स्पाइडर माइट्स जैसे सैप चूसने वाले कीटों को एक बार में नियंत्रित करने के लिए।
क्रिया का तरीका: स्पाइकर रस चूसने वाले कीटों पर हमला करने के लिए पौधों की आंतरिक रक्षा तंत्र को बढ़ाता है। यह प्रणालीगत और संपर्क कीटनाशक दोनों के रूप में कार्य करता है। यह पत्ती की सतह पर तेजी से पैठ और ट्रांस लैमिनर क्रिया को दर्शाता है। स्पाइकर में ओविपोजिशन पर एक अच्छी निरोधात्मक कार्रवाई होती है, इसलिए यह दिखाता है लंबी अवधि का नियंत्रण।
प्रमुख फसलें: धान, मिर्ची, कपास, बैंगन, टमाटर। इनके अलावा इसका उपयोग सभी सब्जियों, फलों, फूलों के पौधों और नकदी फसलों पर भी किया जा सकता है।
खुराक: 1.25 से 1.5 मिली प्रति एकड़ या 250 से 300 मिली प्रति एकड़